बीकानेर शहर की जनता को आवारा पशुओं से निजात नहीं मिल रही। सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं के कारण आये दिन हादसे हो रहे है। लोग चोटिल होकर अस्पताल पहुंच रहे है। लेकिन जिम्मेदार आंखे मूंदे हुए बैठे है। हालांकि नगर निगम पशुओं को पकडने का अभियान चला रखा है, लेकिन यह अभियान शहर में कहीं नजर नहीं आ रहा। केवल कागजों में अभियान की इतिश्रि की जा रही है, जिसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है। शहर की हर गली, चौक-चौराहा पर आवारा पशुओं का जमावड़ा देखा जा रहा है। सांडों की लड़ाई में दुकानदारों को नुकसान हो रहा है। इनकी लड़ाई में कई लोग चोटिल हो चुके है, कई दफा लंबा जाम लग जाता है, यातायात बाधित हो रहा है। इतना सबकुछ होते हुए निगम अपने अभियान को धरातल लागू नहीं कर पा रहा।