बीकानेर संभाग की सीटों पर बढ़ रही गुटबाजी को देखते हुए आज एक बार फिर 24 विधानसभाओं के लिए भाजपा-संघ के नेता आज बीकानेर में जुट रहे हैं।
बीकानेर सहित श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ जिले की विधानसभाओं के लिए इस बैठक में चर्चा होगी। पार्टी ने अब तक बीकानेर संभाग की दो सीटों पर ही प्रत्याशी घोषित किए हैं, लेकिन दोनों ही जगह से विरोध के स्वर तेज हैं। ताराचंद सारस्वत और जयदीप बिहानी को लेकर शिकायतें भी पहुंचनी शुरू हो गई है।
हालांकि, इस संबंध में यह कहा जा रहा है की निकला हुआ तीर वापस नहीं होता, लेकिन भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व टिकटों की घोषणा के मामले में हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है।
भाजपा को सबसे बड़ा खतरा भितरघात का नजर आ रहा है, जिससे निपटना सबसे अधिक जरूरी है। इसलिए सबसे पहले प्रत्याशी की निष्ठा से जुड़े तमाम रेफरेंस की पड़ताल की जा रही है।
साथ ही उन नेताओं की सिफारिशों को भी दरकिनार रखा जा रहा है, जो अपने-अपने नामों को लेकर एडामेंट हैं। बताया जा रहा है कि आज होने वाली बैठक में संघ के कुछ शीर्ष नेता भी बैठक में रहेंगे, लेकिन यह भी आशंका है कि संघ से माने जाने वाले कुछ दावेदारों की जीत की संभावना पर भी विचार होगा।
आज की बैठक में एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड, प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी, केंद्रीय चुनाव प्रभारी बी. एल. संतोष, राजस्थान प्रभारी प्रहलाद जोशी सहित संघ के नींबा राम और चंदशेखर के भी रहने की संभावना है।
इस बैठक में डैमेज कंट्रोल पर भी विचार होना है। साथ ही इस रिपोर्ट की सच्चाई पर भी मंथन होगा कि कहीं वाकई बीकानेर संभाग कमजोर तो नहीं है। बता दें कि जिस तरह प्रत्याशियों के नाम सामने आ रहे हैं, लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि कांग्रेस बढ़त ले सकती है। खासतौर से बीकानेर विधानसभा पश्चिम, जहां अभी तक प्रत्याशी की घोषणा भी नहीं हुई है, लेकिन कांग्रेस को अपर-हैंड माना जा रहा है। इधर, अखंड गंगानगर वाले इलाके से सूरतगढ़, नोहर और भादरा से जेजेपी का दावा है। आज ही तय हो जायेगा कि जेजेपी के लिए कौनसी सीट छोड़ी जाए