
हमारा बीकानेर। बांसवाड़ा में पान की दुकानों पर तबाही का सामान मिल रहा है। खतरनाक भी इतना कि चंद मिनटों में बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स को ध्वस्त कर दे। वो भी महज 100 रुपए में। पुलिस से साठगांठ होने के कारण बेचने वालों में डर भी नहीं हैं। उनका कहना है कि- पुलिस को बंदी जाती है। लाइसेंस के बारे में पूछो तो ये बेखौफ गोरखधंधेबाज खुद को ही लाइसेंस बताते हैं।
ये खतरनाक खेल बांसवाड़ा के पालोदा, पाटन, गांगड़तलाई, भूंगड़ा और वजवाना इलाकों में चल रहा है। यहां हर साल 50 लाख रुपए का अवैध रूप से विस्फोटक बेचा जा रहा हैं। मार्च में पाटन इलाके के एक ही घर से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला था।
50 रुपए में सिंगल टोपी और 70 रुपए में डबल टोपी वजवाना सीमेंट फैक्ट्री से कुछ ही दूरी पर एक रिहायशी मकान में पहुंची। यहां प्रकाश नाम का व्यक्ति अवैध रूप से विस्फोटक बेचता मिला। मकान के चारों तरफ सूखा है। पथरीली पहाड़ियां होने के कारण खेती भी नहीं होती है। जब उससे विस्फोटक मांगा तो बोला- दाम बढ़ गए हैं। 50 रुपए में सिंगल टोपी और 70 रुपए में डबल टोपी मिलेगा। प्रकाश ने बताया कि वह 30 साल से यह कारोबार कर रहा हैं। उदयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, भिंडर से विस्फोटक मंगवाता हैं। पहली बार विस्फोटकों के दाम बढ़े हैं। यहां से सिंगल टोपी के साथ पांच छड़ें खरीदी। उसने दावा किया कि उसे आज तक किसी भी पुलिस ने नहीं रोका क्योंकि सबकी बंदी चलती है।
गुटखों के पैकेट में छुपाकर बेच रहे विस्फोटक
टीम पालोदा का मुख्य बस स्टैंड पर पहुंची तो पान की दुकान में विस्फोटक बेचा जा रहा था। दुकान पर एक बुजुर्ग बैठा था। विस्फोट मांगा तो बोला कि मिल जाएगा, लेकिन महंगाई बढ़ गई है। सिंगल टोपी 80 और डबल 100 रुपए में मिलेगी। अगर ज्यादा लोगे तो 90 रुपए में। बुजुर्ग से डबल टोपी की दो छड़ें खरीदी। बुजुर्ग ने गुटखों के पैकेट में जिलेटिन की छड़ें छिपा रखी थी। बुजुर्ग ने कहा- जितना चाहिए उतना मिल जाएगा। साथ ही हिदायत भी दी कि जिलेटिन की छड़ और उसमें इस्तेमाल होने वाला बारुद अलग-अलग रखें, नहीं तो गर्मी के कारण विस्फोट हो जाएगा। उसने बताया कि वह उदयपुर से विस्फोटक लाता है।