
हमारा बीकानेर। दोपहर में मोहल्ले में फेरी लगाकर सामान बेचने वालों से अब सावधान रहना जरुरी है। नागौर में खराब लॉक ठीक कराने की आवाज लगाते दो फेरी वालों ने एक घर में घुसकर 9 लाख रुपए की चोरी कर ली। शातिर लोग अलमारी का ताला ठीक करने घुसे थे। घर में महिलाएं और बच्चे ही थे। इस दौरान नजर बचाकर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया और चलते बने।
नागौर के तेलीवाड़ा इलाके में रजिस्ट्रार ऑफिस में क्लर्क कानाराम बोराणा के घर में 29 जून को सुबह 10 बजे चोरी हो गई। दिनदहाड़े घर के सदस्यों की मौजूदगी में यह चोरी हुई जिसमें 2 लाख 60 हजार रुपए कैश, 10 तोला सोना और 25 तोला चांदी के गहने गायब कर चोर फरार हो गए। वारदात के 4 दिन बाद भी पुलिस चोरों का सुराग नहीं लगा पाई है। कानाराम के भाई दामोदर बोराणा की बेटी मीनू उस वक्त घर में मौजूद थी। दो भाभियां मानु और रेखा भी थीं। घर में बच्चे खेल रहे थे।
सुबह 10 बजे गली से फेरी वाले की आवाज सुनकर मीनू बाहर गई। दो फेरी वाले हाथ में बैग और ताले-चाबियां लेकर लॉक ठीक कराने की आवाज लगा रहे थे। घर में एक अलमारी का लॉक खराब था इसलिए मीनू ने उन्हें रोककर बात की। फेरीवालों ने कहा कि वे पहले अलमारी देखेंगे इसके बाद मिनटों में लॉक की नई चाबी बना देंगे। मीनू उन्हें अंदर लेकर गई। घर के बाहर बरामदे व चौक में सीसीटीवी लगे थे। सुबह सवा 10 का समय था इसलिए मीनू को किसी अनहोनी की आशंका नहीं हुई।
दोनों आरोपियों में से एक महिलाओं से लगातार बात कर रहा था तो दूसरी गली में व घर में इधर उधर नजर बनाए हुए था। मीनू ने बताया कि अलमारी ऊपर के पोर्शन में एक कमरे में है। एक आरोपी पहले सीढ़ियों से ऊपर गया फिर दूसरा आरोपी ऊपर के कमरे में पहुंच गया। मीनू ने कहा कि दोनों को कमरे में अलमारी दिखाई तो उन्होंने अपने बैग खोल लिए और वहीं बैठकर चाबी बनाने लगे। संदेह नहीं था इसलिए लगातार उन पर नजर नहीं रखी। हालांकि कमरे में बार-बार चक्कर लगाकर उनका ध्यान जरूर रख रही थी। दोनों तल्लीनता से अपने काम में लगे थे। इस बीच उन्होंने दो बार पानी मांगा तो पानी पिला दिया।
करीब आधे घंटे बाद दोनों ने अपना सामान समेटा और बोले कि अलमारी के लॉक में चाबी नहीं लग रही है। चाबी बनाने के लिए दूसरा औजार लाना पड़ेगा। हम आधे घंटे में औजार लेकर लौटेंगे और चाबी बना देंगे। आरोपियों ने आधे घंटे का मेहनताना भी नहीं लिया। इससे उन पर विश्वास हो गया कि वे लौट आएंगे। शाम तक उनका कुछ पता नहीं चला। शाम को जब घर के पुरुष काम से लौटे तो महिलाओं ने उन्हें बताया कि अलमारी का लॉक ठीक करने दो लोग आए थे लेकिन लॉक ठीक नहीं हुआ। इस पर शक हुआ तो शाम 6 बजे दूसरे मिस्त्री को बुलाया गया। अलमारी खुली तो उसमें रखा कैश व ज्वेलरी गायब थी।
कोतवाली थाना इंचार्ज ब्रजेंद्र सिंह का कहना है कि पीड़ित परिवार ने शुक्रवार को मामला दर्ज कराया। पीड़ित परिवार की ओर से रिपोर्ट में कहा गया कि आरोपी इतने शातिर थे कि उनकी बातों या हाव-भाव से पता नहीं चला कि वे इतनी बड़ी चोरी को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि आरोपियों ने कुछ ही देर में लॉक ठीक कर दिया हो। लेकिन घर में पुरुष नहीं थे और महिलाएं बराबर उन पर नजर नहीं रख रही थी तो उनके मन में लालच आ गया होगा। उन्होंने जरा सा मौका मिलते ही अलमारी में रखा कैश और ज्वेलरी गायब कर दी। आरोपी आदतन शातिर चोर हैं या फिर फेरी वाले हैं, इसका पता उनके पकड़े जाने के बाद पता चलेगा।